मोदीनगर क्षेत्र में कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय में तैनात फर्जी ईसीजी टेक्निशियन विद्यासागर ने डॉक्टर सविता के कमरे में जाकर बदतमीजी करने लगा तो डॉक्टर सविता ने उसका विरोध किया तो डॉ सविता के ऊपर गंभीर आरोप लगने लगा की मरीज को प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर करके प्राइवेट हॉस्पिटल से पर मरीजों पर ₹10000 लेने का दावा किया उसके बाद पत्रकारों को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर सविता किसी महिला मरीज को देख रही थी मरीज ने यह भी बताया कि अचानक से फर्जी ईसीजी टेक्निशियन विद्यासागर उनके कमरे में जाकर वीडियो फोटो खींचना लगा तो डॉक्टर सविता ने उसे मना किया तो डॉक्टर सविता के ऊपर झूठ आरोप लगना लगा उसके बाद डॉ सविता ने चिकित्सा अधीक्षक को लिखित शिकायत की उसके बाद भी चिकित्सा अधीक्षक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नियम के विरुद्ध चिकित्सा अधीक्षक ने फर्जी ईसीजी टेक्निशियन को EL की छुट्टी स्वीकार कर कर उसे भेज दिया और सूत्रों से यह भी पता चला है की महिला डॉक्टर की सुरक्षा के लिए अस्पताल परिसर में कोई व्यवस्था नहीं है इस प्रकरण में चिकित्सा अधीक्षक से पत्रकारों ने वार्ता करनी चाहिए तो चिकित्सा अधीक्षक ने पत्रकारों से वार्ता करने के लिए मना कर दिया और चिकित्सा अधीक्षक ने यह भी बताया कि हमारे पास शिकायत आई थी हमने उसके लिए जांच कमेटी गठित कर दी गई है अब सवाल यह उठता है कि जब महिला डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं है तो मरीज क्या सुरक्षित होगी अब सवाल यह उठता है कि अस्पताल प्रशासन क्या कार्रवाई करता है ऐसे हवस के भेड़ी खुलेआम घूम रहे हैं कहां गए उत्तर प्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ जी की करप्शन जीरो टोन नीति कहां गई महिलाओं को सुरक्षित करने की बातें हवस के पुजारी खुलेआम उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशों की उड़ाई जा रही है धज्जियां