मोदीनगर क्षेत्र में कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय में बायोमीट्रिक हाजिरी के बंद रहने से डॉक्टर और कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले हो गयी है यानी कार्यालय में जब मर्जी आए जब मर्जी जाएं वेतन कटने का कोई डर नहीं रहा है यानी कि अधिकारियों का डर भी नहीं रहा है डर आखिर रहें भी तो क्यों रहे अधिकारी भी कौन सा समय पर आते हैं क्या निर्देशक जब चिकित्सालय और डिस्पेंसरी में औचक निरीक्षण करते थे जिससे डॉक्टर और कर्मचारियों में डर बना रहता था लेकिन हाल में चिकित्सालय और डिस्पेंसरी का निरीक्षण बंद होने से अधिकारियों का डर भी खत्म होता जा रहा है हाल यह है कि अगर कोई मरीज किसी डॉक्टर को कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय मोदीनगर में दिखाने आता है तो अधिकारी और डॉक्टर 12 बजे से पहले शायद ही वहां कोई अधिकारी और डॉक्टर मिल पाए अगर कोई डॉक्टर से समय पर नहीं आने की बात करता है तो जवाब मिलता है कि समय पर नहीं आने से उनके अधिकारी को तो फर्क नहीं पड़ता है तो आपको क्या तकलीफ है अगर कोई काम है तो 12 बजे के बाद आएं या ज्यादा जरुरी होने पर कॉल कर आएं अगर वह मरीज उस चिकित्सालय के अधिकारी के पास उसकी शिकायत करने जाता है तो वह अधिकारी खुद ही गायब रहते है और आपको यह भी बता दो कि मरीज के सूत्रों से पता चला है कि चिकित्सा अधीक्षक की मिली भगत से डॉक्टर और कर्मचारी बायोमेट्रिक मशीन पर हाजिरी नहीं लगते हैं
कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय मोदीनगर गाजियाबाद में बायोमीट्रिक हाजिरी बंद...समय पर दफ्तर नहीं पहुंच रहे डॉक्टर और कर्मचारी
byसंवाददाता मोहम्मद अजहर
-
0