मेरठ मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग द्वारा नेशनल नियोनेटोलॉजी फोरम (NNF) उत्तर प्रदेश और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) मेरठ के सहयोग से Art and Science of CPAP विषय पर एक CME एवं व्यावहारिक कार्यशाला का आयोजन किया गया

मेरठ मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग द्वारा नेशनल नियोनेटोलॉजी फोरम (NNF) उत्तर प्रदेश और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) मेरठ के सहयोग से Art and Science of CPAP विषय पर एक CME एवं व्यावहारिक कार्यशाला का आयोजन किया गया है सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य नवजात शिशुओं में CPAP (कंटीन्युअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर) के उपयोग की समझ और व्यावहारिक कौशल को बढ़ाना था। इस कार्यक्रम में नवजात रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञों ने CPAP से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अपने व्याख्यान दिए। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अमित उपाध्याय निदेशक एवं विभागाध्यक्ष, पीडियाट्रिक्स एवं नियोनेटोलॉजी, न्यूटीमा हॉस्पिटल, मेरठ द्वारा नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन विषय पर व्याख्यान से हुई। डॉ. रुचि राय विभागाध्यक्ष, नियोनेटोलॉजी, पीजीआईसीएच, नोएडा ने सीपीएपी के व्यावहारिक अनुप्रयोगों पर प्रकाश डाला। डॉ. संजू यादव सहायक प्रोफेसर, पीडियाट्रिक्स, जीआईएमएस ग्रेटर नोएडा ने मॉनिटरिंग, टाइट्रेशन और ट्रबल शूटिंग के बारे में बताया। डॉ. नवरत्न गुप्ता पीडियाट्रिक्स विभाग, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज ने सपोर्टिव केयर पर चर्चा की। एक अल्पाहार विराम के बाद प्रतिभागियों ने चार व्यावहारिक स्टेशनों पर भाग लिया, जिनमें CPAP की सेटिंग, इंटरफेस फिक्सेशन, प्रारंभिक सेटिंग, और अन्य व्यावहारिक पहलुओं का अभ्यास किया गया। इन सभी स्टेशनों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का समापन दोपहर 2:00 बजे भोज एवं समापन समारोह के साथ हुआ। कार्यशाला में क्षेत्र भर से आए बाल रोग विशेषज्ञों और पीजी विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।आयोजकों ने सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और सहयोगियों को धन्यवाद दिया और नवजात स्वास्थ्य सेवा एवं सतत चिकित्सा शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। डॉ आर.सी.गुप्ता प्रधानाचार्य, मेडिकल कॉलेज मेरठ द्वारा बताया गया कि CPAP और उससे संबंधित चिकित्सा सामग्री सरकार की और से जिले के अधिकांश सरकारी हॉस्पिटल को उपलब्ध करवाई जा रही जिससे इस प्रकार की ट्रेनिंग के द्वारा अधिक से अधिक डॉक्टरों और स्टाफ को ट्रेनिंग देकर नवजात मृत्यु दर मैं कमी लायी जा सकती है कार्यशाला मैं डॉ मीरा जैन,डॉ श्री ओम, डॉ पी पी सिंह, डॉ कार्तिकेय, डॉ विनीत मालिक, डॉ अमित श्रीवास्तव, डॉ कोमल, डॉ आकांक्षा, डॉ ऋषभ, डॉ कोमल, डॉ पुनीत, डॉ देवांश चमन लाल रंजन कुमार एवम बाल रोग विभाग के समस्त जूनियर एवम सीनियर रेजीटेन्ट डॉक्टर उपस्थित रहे

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