संवाददाता मोहम्मद अजहर
मेरठ मेडिकल कॉलेज कई वर्षों लगातार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनहित व छात्र हित में अपनी सेवाये दे रहा है इसी क्रम में एक दुर्लभतम बीमारी Lambert Eaton Myesthenic Syndrome का मेडिकल कॉलेज में सफल इलाज किया गया एवं RNST टेस् शुरू हुआ किया गया मरीज़ शाकिर (बदला हुआ नाम) 47 yr/ male निवासी बुढ़ाना को पिछले 2 साल से हाथों और पैरों में ताकत की कमी थी। जोकि पिछले लगभग 6 महीनों से बढ़ गयी थी जिसके कारण मरीज चलने फिरने मे असमर्थ हो गया था। वह अपने दैनिक कार्यो के लिए भी दूसरो पर निर्भर हो गया था इसके अलावा उसे अन्य समस्याये भी थी मरीज़ ने प्राइवेट चिकित्सालयों में काफ़ी इलाज भी कराया, परन्तु कोई फायदा नही मिला अंततः मरीज़ में मेडिकल कॉलेज मेरठ के न्यूरोलाजी ओपीडी मे डा० दीपिका सागर से संपर्क किया,जहा उन्हें न्यूरोलॉजी वार्ड मे भर्ती होने की सलाह दी गई भर्ती होने के उपरांत मर्ज़ी के संकेत व लक्षणों के आधार पर LambertEatonMyesthenicSyndrome की आशंका हुई। जिसकी जांच RNST (repetitive nerve stimulation test) द्वारा की गई यह जाँच पश्चिमी उत्तरप्रदेश में पहली बार किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में की गई है डॉ दीपीका सागर ने बताया कि यह नैदानिक परीक्षण है, जो तंत्रिकापेशीय विकार को ज्ञात करने के लिए किया जाताहै इस जाँच से मरीज़ की बीमारी की पुष्टि हो गई और उचित इलाज शुरू कर दिया गया इलाज के दौरान मरीज़ में ५वे दिन ही पर सुधार होना शुरू करदिया इलाज के ४ से ५ वे दिनों में मरीज़ चलने फिरने लगा एवं अपने सभी काम खुद करने लगा इस बीमारी में लगनेवाली सभी दवा एवं इंजेक्शन चिकित्सालय द्वारा निशुल्क दिये गये डॉ दीपीका सागर ने बताया की यह एक दुर्लभ बीमारी है जो लगभग 10 लाख लोगों में से 2-3 लोगों को होतीहै यह एक autoimmune disorder होता है प्राइवेट चिकित्सालय में इस बीमारी के इलाज के लिए लगभग 8000 से 12000 रुपए का खर्चा आता है जब कि मेडिकल कॉलेज मेरठ में मात्र 340/- रुपए के सरकारी खर्चे पर पूरा इलाज किया जाता है न्यूरोलॉजी विभाग की इस उपलब्धि हेतु प्राचार्य डॉ आर सी गुप्ता ने डॉ दीपिका सागर व उनकी टीम को शुभकामनाएँ दी